मंच
*विधा गीत*
*जीवन -गाड़ी चलती जाए*
जीवन गाड़ी चलती जाए..
चलना जीवन का जरूरी..
एक पल भी ना रुकता मनुज..
सदियों से यह संसार चला है..
सुख दुख की झीनी चादर ओढ़..
जीवन दायित्व निर्वाह किया है..
जीवन गाड़ी चलती जाए..
सदमार्ग पर चलकर जो जीता
संस्कृति संस्कार बनाए रखता..
आने वाली पीढ़ी में वह बीज बो
सदियों तक अमर हो जाता ...
आत्म विश्वास की गठरी ढोता..
संघर्ष के बीच हिचकोले लेकर
पार सभी कुछ कर वो मनुज..
जीवन गाड़ी चलती जाए..
डगमग ना होना कभी तुम..
अडिग रहे तो जीत लक्ष्य..
वही जीवन की सार्थकता..
वही आत्म सुखी भरा जग में..!!
आरती तिवारी
दिल्ली
Gunjan Kamal
16-Nov-2022 08:11 PM
शानदार प्रस्तुति 👌
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Muskan khan
12-Nov-2022 07:45 PM
Well done ✅
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Teena yadav
12-Nov-2022 06:13 PM
Shandar 🌺
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